Author: बालमुकुंद नागर (धाकड़ )
समाज राष्ट्रीय लेखक, माननीय बालमुकुंद नागर(धाकड जी)
समाज राष्ट्रीय लेखक,माननीय बालमुकुंद नागर(धाकड जी)इंदौर ,मध्यप्रदेश आदरणीय ,आपने समाज के एकीकरण के लिए सुई धागे का काम किया है और सतत कर भी रहे…
मातृशक्ति के निर्भीक नेतृत्व ने, आत्मविश्वास की ज्योत को किया प्रज्वलित
वैसे देखा जाए तो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रयास में ‘अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा ‘ की अध्यक्षा श्रीमती साधना जी ने अपनी…
संतुलित आत्मानुशासन ही, समाज की प्रगति सुनिश्चित करता
समाज की प्रगति में संतुलित आत्मानुशासन का होना सबसे महत्वपूर्ण है! जो समाज को पूर्णता की और ले जाने का मार्ग तय करता है! आक्रोशित…
हठधर्मिता समाज की दृष्टि ,घृणास्पद हो रही है!
वर्तमान में अखिल भारतीय धाकड़ महासभा, तो बिल्कुल ही निष्क्रीय हो चुकी है! महासभा, का कार्यकाल सिर्फ तीन वर्ष का होता है, लेकिन राजनीतिक हठधर्मिता…
धैर्य व संयम से ही, समाज का एकीकरण संभव ?
समाज सेवा में सफल होने के लिए दृढ़प्रतिज्ञ होना बेहद जरूरी है! सामाजिक चुनौतियां और मुश्किलें रास्ते में बाधक बनती है,लेकिन इनको हल करने के…
भयावह त्रासदी के दौर में किया गया सहयोग, इंसानियत के लिए,किसी वर्दान से कम नहीं?
संकट के इस चुनौतीपूर्ण दौर में मन चिंतायुक्त और भयप्रद हो, ऐसे वक्त पर कोई संवेदनशील व्यक्तित्व तटस्थ हो कर, सेवा का भाव लिए खड़ा…
सशक्त नारी, सशक्त समाज
सशक्त नारी, सशक्त समाज सशक्त नारी – सशक्त समाज, संस्कारों की मर्यादा से , संवारेगी हमारा समाज ! पने स्वाभिमान की रक्षा कर , कलंकित…
माँ, की स्मृति को सदा याद रखने के लिए, समाज को दी आदर्श प्रेरणा
वर्तमान संकटमय त्रासदी कोविड -19 के दौर में माँ, गीता देवीजी का असामयिक निधन होने पर पुत्र सुनेरसिंह धाकड़ (वकील साहब) सागौर (धार) द्वारा माँ…
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